________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir // 54 // संस्कार, लज्जावपुष // 54 // ॐ शांत्यैन शांति // 55 // ॐ तुष्टयेन तुष्टिं० ॥५६॥ॐ भास्कर कात्यैन काति० // 57 // इत्यावाह्य॥ ॥अथवृतमातरः॥एता: कुड्येशूर्पवा कुं कुमाक्तेन घृतेन दक्षिणोत्तराः पूर्वाभिमुखा लेख्याः॥ श्रीलक्ष्मीधृतिर्मधापुष्टिः श्र दासरस्वती॥ मांगल्येषुपपूज्यतेसप्तैताघृतमातरः॥१॥ॐ श्रियेनमः श्रियं०॥५८॥ ॐ लक्ष्म्यैन लक्ष्मी०॥५९॥ ॐ धृसैन धृतिआ०॥६०॥ मेधायैन मेधांआबा६१॥ ॐ पुष्टयेन पुष्टिंआ०॥६२॥ ॐश्रद्धायैन श्रद्धा आ०॥६३॥ ॐ सरस्वत्यैनमः // 57 // | सरस्वतीआवाहयामि॥६४॥ इत्यावाद्य॥ ॥एवंषड्विनायकादिघृतमातृकाप्चतुःष / / For Private and Personal Use Only