________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir संस्कार पीयंता॥ ॥ततःस्तंभरोपणादिकटावरणद्वारफलकांतसंपादितमंडपे मंडपमातृकाः भास्कर स्थापयेदित्येके॥ ॥तताचार्यहरूलेसुमोक्षितादिकंकार्य॥ अत्राः पातुसुप्रोक्षितमस्ति तिभवन्तोब्रुवंतु॥ॐ अवाः पातुसुमोक्षितमस्त॥गंधाः पातुसोमंगल्यंचास्खिनित // ॐ |गंधाः पातुसोमंगल्यंचास्त॥ अक्षताः पातुआयुष्यमखितिभ०॥ॐ अक्षताःपांतु आयुष्यमस्त॥पुष्पाणिपोतुसौश्रियमस्तितिक्ष०॥ ॐ पुष्पाणिपातुसौश्रियमस्त॥ तां बूलानिपातुऐश्वर्यमस्तितिभ॥ तांबूलानिपातुऐश्वर्यमस्त ॥दक्षिणा पोतुबहुधन || // 53 // मस्तितिभ०॥ ॐ दक्षिणाः पातुबहुधनमस्त॥ अपूपाःपातुबह चाखितिम // ॐ For Private and Personal Use Only