________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir संस्कार अक्षन्नमीभदन्तायप्रिया अधूषत॥ अस्तौषत्वभानवोधिपानविष्ठयामतीयोजा भास्कर // 36 // चिन्द्रतेहरि॥१॥ ॐ भू-सिम अक्षनान्स ॥सुमाल्यानिसगंधीनिमालत्यादीनिवेम। भो॥मयाहनानिपूजार्थंपुष्पाणिप्रनिगृह्यतां॥१॥ॐ ओषधी प्रतिमोदध्वम्पुष्पवनी असूबरी: ॥अश्या इवसुजित्वरी/रुधःपारयणवः // 1 // ॐ भू-सि-म- पुष्पाणि स०॥दूर्वांकुरान्सुहरितानमृतान्मंगलप्रदान्।आनीतांस्तवपूजार्थगृहाणगणनायका // 1 // ॐ काण्डाकाण्डा रोहन्तीपरुषः परुषस्परि॥एवानौदूपतेनुस हौणशते / // 36 // नच॥१॥ ॐ भू.मिमदूर्वांकुरान्स.॥हरिद्राकुंकुमचैयसिंदूरादिसमन्वित।सी। For Private and Personal Use Only