________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir संस्कार प्रजासण्हलेजःपपर्धय॥१॥दीपायनमः गंधाक्षतपुष्पैःसंपूज्य॥ ॥अथगणपतिपूजन, मास्कर ननोध्यानं॥ ॥श्वेतांगंश्वेतवस्त्रंसिनकुसमगणैःपूजितंश्वेतगंधैः क्षीराब्धौरत्नदीपेःसु रनरुविमलेरत्नसिंहासनस्थ॥ दोभिः पाशांकुशेष्टाभयधृतिविशदचंद्रमौलिंबिनेत्रंध्याये च्छांत्यर्थमीशंगणपतिममलंश्रीसमेतंप्रसन्न // 1 // ॐ भूर्भुवः स्वः सिद्धिबुद्धिसहित |महागणपतयेनमः ध्यायामि॥ ॥हेहेरंबत्वमेह्येहि अंबिकात्र्यंबकात्मज॥सिद्धिबुद्धि |पनेत्र्यक्षलक्षलाभपितुःपिनः॥१॥ नागास्य नागहारवंगणराजचतुर्भुज॥ भूषितःस्वा || // 32 // युधैर्दिव्यैः पाशांकुशपरश्वधैः॥२॥आवाहयामिपूजार्यरक्षार्थचममकतोः॥ इहागत्य | For Private and Personal Use Only