________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir | // 10 // तम्पनी भिरनुगछेमदेवाः पुत्रैर्धाग्निरुतवाहिरण्येः // नाकैङ्गष्णानास / कुतस्य॑ोकेतृतीयेषुष्ठे अधिरोचनेदिवः ॥११॥आयुष्यवर्चस्यायस्पोमौदि दम्॥इदहिरण्यं चर्चज्जैायाविशतादुमाम् // 12 // यो शान्तिरन्तरिक्ष शान्ति: पृथिवीशानिरापुः शान्नुिरोषधयः शान्तिः // वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवार शानिर्ब्रह्मशान्तिः सर्च शान्तिः शानिरे व शान्तिः सामाशान्तिरेधि॥१॥ यतो यता समीहंसेततोनो अप्रयङ्क // शन्नः कुरु जान्योभयन्नः पशुपयः // 2 // सशांतिर्भवतु॥ // ॐ श्रीमन्महागणाधिपतयेनमः // ॐ लक्ष्मीनारायणायां For Private and Personal Use Only