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| देसे धम्मस्थिकायस्स पेसा एवं अधम्मस्थिकायस्सवि जाव आगासस्थिकायस्स पएसा अद्धासमए, विदिसासु नत्थि जीवा देसे पएसे|| भंगाय होइ सव्वत्थ, जमा णं भंते ! दिसा किं जीवा०?, जहा इंदा तहेव निवसेसं, नेइया जहा अग्गेयी वारुणी जहा इंदा वायव्वा जहा अग्गेयी सोमा जहा इंदा ईसाणी जहा अग्गेयी, विमलाए जीवा जहा अग्गेयी अजीवा जहा इंदा, एवं तमाएऽवि, नवरं अदुवी छव्विहा अद्धासमयो न भन्नति ३९३ (कइसंठाणमाणं पोग्गलचिणणा सरीरसंजोगो । दव्वपएसपप्पबहुं सरीरओगाहणाए य ॥१॥ पा०) कति णं भंते ! सरीरा पं०?, गोयमा ! पंच सरीरा पं० २०-ओरालिए जाव कम्मए, ओरालियसरीरे णं भंते! कतिविहे पं०?, एवं ओगाहणसंठाणं पयं निरवसेसं भाणियव्वं जाव अप्याबहुगंति ! सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति १३९४॥श १०, ३० १॥
रायगिहे जाव एवं क्यासी-संवुडस्स णं भंते ! अणगारस्स वीयीपंथे ठिच्चा पुरो रुवाई निझायमाणस मग्गओ रुवाई अवयक्खमाणस्स पासओ रुवाई अवलो एमाणस्स उड्ढे रुवाई आलोएमाणस्स अहे रुवाई आलोएमाणस्स तस्सणं भंते ! किं| ईरियावहिया किरिया कज्जइ संपराइया किरिया कज्जइ ?, गोयमा ! संवुडस्सणं अणगारस्स वीयीपंथे ठिच्चा जाव तस्स ण णो ईरियावहिया किरिया कज्जइ संपराइया किरिया कज्जइ, से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ संवुड० जाव संपराइया किरिया कजइ ?, गोयमा! जस्सणं कोहमाणमायालोभा एवं जहा सत्तमसए पढमोद्देसए जाव से णं उस्सुत्तमेव रीयति, से तेणटुणं जाव संपराइया किरिया कज्जइ, संवुडस्सणं भंते ! अणगारस्स वीयीपंथे ठिच्चा पुरओरुवाइं निज्झायमाणस्स जाव तस्सणं भंते ! किं ईरियावहिया ॥श्रीभगवती सूत्रं ॥ ।
पू. सागरजी म. संशोधित
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