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तिदुइगदिणेहिं तूवरिबयरामलमित्तु तेसिमाहारो। पिट्ठकरंडा दोसय छप्पण्णां तद्दलं च दलं
॥ ९४ ॥ गुणवण्णदिणे तह पनरपणरअहिए अवच्चपालणया। अवि सयल जिआ जुअला सुमणसुरूवा य सुरगइआ ॥९५ ॥ तेसिं मत्तंग १ भिंगा २ तुडिअंगा ३ जोइ ४ दीव ५ चित्तंगा ६ । चित्तरसा ७ मणिअंगा ८ गेहागारा ९ अणिअयक्खा १० ॥ ९६ ।। पाणं १ भायण २ पिच्छण ३ रविपह ४ दीवपह कुसुम ६ माहारो ७ । भूसण ८ गिह ९ वत्थासण १० कप्पदुमा दसविहा दिति ॥ ९७ ॥ मणुआउसम गयाई हयाइ चउरंसजाइ अटुंसा । गोमहिसुट्टखराई पणंस साणाइ दसमंसा
॥९८॥ इच्चाइ तिरच्छाण वि पायं सव्वारएसु सारिच्छं। तईआरसेसि कुलगरणय जिणधम्माइ उप्पत्ती
॥ ९९ ॥ कालदुगे तिचउत्थारगेसु एगूणणवइपक्खेसु । सेसि गएसु सिझंति हुंति पढमंतिमजिणिंदा ॥ १०० ॥ बायालसहसवरिसूणिगकोडाकोडिअयरमाणाए । तुरीए णराउ पुव्वाण कोडि तणु कोसचउरंसं ॥१०१ ।। वरिसेगवीससहसप्पमाणपंचमरए सगकरुच्चा । तीसहिअसयाउ णरा तयंति धम्माइआणतो
।। १०२ ॥ खारग्गि विसाईहिं हा हा भूआकयाइपुहवीए । खगबीय विअड्ढाइसु णराइबीयं बिलाईसु
॥ १०३ ॥ बहुमच्छचक्कवहणइचउक्तपासेसु णव णव बिलाई। वेअड्ढोभयपासे चउआलसयं बिलाणेवं
॥ १०४॥ पंचमसमछट्ठारे दुकरुच्चा वीसवरिसआउणरा । मच्छासिणो कुरूवा कूरा बिलवासि कुगइगमा ॥ १०५ ॥
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