SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 218
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org जहिं कप्पे जावइया, पयरा आवलिय तत्तिया तत्थ । एगदिसाए तासिं, तिहि तिहि भागेहिं जं लद्धं तं मिलियं ठाणतिगे, तंसे चउरंस वट्टए काउं तिविभत्ते वि य सेसं, चितिसु दुग एक्कसुण्णाई जावया तहिं एक्का, तावइया तंस रासि पक्खिविसु । मीलिय दुग पिंड दलं, तंसे चउरंसि बीय दलं एवं एग दिसाए, तंसयचउरंसवट्ट संखाओ । वट्टे इंदगाणिय, खिवेसु सव्वे वि चउगुणियं पण अट्ठसीया, दुसुत्तरीग्गाय नव नव सयाओ । सोहम्मग ईसाणे, वट्टा तसा य चउरंसा छच्चसया बाणउया, सत्त सया बारसुत्तरा हुंति | छच्चसया छण्णउया, वट्टाइ सणकुमारा माहिंदे चउसत्तरि चुलसीया, छसत्तरग्गा दुवे दुवे सयाओ । कप्पम्मि बंभलोए, वट्टा तंसा य चउरंसा Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तेणउयं चेव सयं, दो चेव सया सयं च बाणउयं । कप्पम्मि लंतगम्मि, वट्टा तंसा य चउरंसा अट्ठावीसं च सयं, छत्तीस सयं सयं च बत्तीसं । कप्पम्मि महासुक्के, वट्टा तंसा य चउरंसा अट्टत्तरं च सोलं, असयं चेव होइ अणूणं तु । कप्पम्मि सहस्सारे, वट्टातंसा य चउरंसा अडसीई बाणउई, अट्ठासीइ य होइ बोधव्वा । आणय पाणय कप्पे, वट्टा तंसा य चउरंसा चट्ठी बावत्तरि, अट्ठट्ठी चेव होइ नायव्वा । आरणच्चुय कप्पे, वट्टा तसा य चउरंसा ૨૧૧ For Private And Personal Use Only ॥ १६६ ॥ ॥ १६७ ॥ ॥। १६८ ।। ॥ १६९ ॥ ॥ १७० ॥ ॥ १७१ ॥ ॥ १७२ ॥ ॥ १७३ ॥ ॥ १७४ ॥ ॥ १७५ ॥ ॥ १७६ ॥ ॥ १७७ ॥
SR No.020964
Book TitleShastra Sandeshmala Part 23
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2009
Total Pages430
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy