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दस बावीसे नव इगवीसे सत्ताइं उदयठाणाणि । छाइ नव सत्तरसे, तेरे पंचाइ अट्ठेव चत्तारिआइ नवबंधएसु उक्कोस सत्तमुदयंसा | पंचविहबंधगे पुण उदओ दुण्हं मुणेयव्वो इत्तो चउबंधाई इक्किक्कुदया हवंति सव्वे वि । बंधोवरमे वि तहा उदयाभावे वि वा होज्झा
इक्कग-छक्कि - क्कारस दस-सत्त चउक्क- इक्कगं चेव । एए चउवीसगया चोवीस दुगिक्कम्मि इक्कारा मिच्छे-सगाइ चउरो सासणमीसे सगाइ तिण्णुदया छ-पंच- चउर-चउगाइ चउ - चउउदयापमत्तंता चउराइ तिणि पुव्वे दुग इक्को बायरे इगो सुहुमे । भंगाणं च पमाणं पुव्वु द्द्द्वेिण नायव्वं
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इक्क - छडिक्कारिक्कारसेव इक्कारसेव- नव-तिष्णि | एए चउवीसगया बार दुगि पंच इक्कम्मि
अट्ठग चउ चउ चउरट्ठगाय चउरो य हुंति चोवीसा । मिच्छाइ अपुव्वंतो, बारस पणगं च अनियट्टी अट्टीबत्तीस बत्तीसं सट्टिमेव बावण्णा । चोलं दो वीसा, गुणेसु पयसंखचोवीसा वेयतिकसायचउगुण बारस ते जुअलद्गुणचउवीसा । चउरुदयं जा हुति अपयगुणिआ हुंति पयभेआ उवसामगखवगे पुण वीसं चोवीससतरभंगा य । वेयगि सोलस केवलदुगे आहारकायगे नत्थि सुहुमेगं सेसेसु अ मग्गणठाणेसु गुणभवा नेआ । चउवसगा य भंगा पयसंखा उदयपच्चइआ
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