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११ ॥ इयान ब्याज मुखा नुख्या ॥ ते तोपा चित्रां णिदेखि मे ॥ माशा यथकि पल काला ॥ सुलस रखा ले अंगेमबाला ॥ १२ ॥ रातादांत रुधि रनाभस्वा ॥ बलांबा ते बा पनि ससा ॥ के नाम वस्ला ने दी दो जे काव्ना ॥ के रेलोचन निसरेज्वाला ॥ १३॥ कैक शिव विन्या धड धोडे ॥ कैक निजं
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