________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
निवाराहनांमरे ॥ नृसिंह वामन फ २१ र्शुरांमरे ॥६॥ रामकुल बुडूनें कल | किरे ॥ राहच्या दिजेतन प्रलोकिरे ॥मल कलंबा रिमांविचसारे वारा दनसिंहवन मां का रे ॥७॥ वाम नफर्शुरांमक ऊंच शिरे ॥ रांमध निलो किक करेि ॥ बुद्द श्रद्धबो धनादातार रे || कल कि भी
For Private And Personal Use Only