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प्रावशेसाथ ॥ वासम विपत्तनी ॥शिदम रिरिया बी बाथ ॥ ६ ॥ साची समागम सोधिनें ॥ राजो माथेथिए वास ॥नर से संगने मरे मरणनें गर्भवास ॥७॥ मेंकयुं आजीव नें क संगले दुःखरूप ॥क्कसंग कैये जेह नं ॥ कहुँते हुनुं द वे स्वरूप ॥ ८ ॥ चो | पाई || मोटी कुसंग से निजदेद् ॥
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