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य.
पिनेंमलिरे ॥ ३५ ॥ वज्ञसरि१५० खिलेरा नि डाइरे ॥ त्रीडेत नपा उले गराउनु रे । कामुकावे मदा दुख मांर्थिरे ॥ जेसा चिवा तमी निनथिरे ॥ ३६ ॥ हो ये साचिवातना केनारारे ॥ ते तोराने लागान हिं सारारे ॥ बलियापिनोकरीत पासरे ॥ नारखे प्रविचिनक
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