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यसी नर्क मोकार ॥ १ ॥ जे जे वां २३३ कर्म करे ॥ भाइतेने जते वो दंड ॥१ पापत गिना सियो। कालकथन र्कने कुंड ॥२॥ पिता विश्वे दडी हि पवेधि करेजेपाय॥ तेह पायेंका जमन्त्र मां ॥ थापि पां मेले संताप ॥ ड ते कुंवंडो मुंडो घणो मरानं उपमा के नी दे ये ॥ पापियां गिनें पिउवा ।।
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