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य. येनुं न दितुं रे ॥ घटनेमत्युं खाज ६७ गरे खाजदन मोरून म सुरे ||४|| राम पां मेले दुःख रिरे ॥ कष्टपांमे पाप करनाररे ॥ पा मेदुःख जायेन हिसरे ॥ सस निम् जाने दे एकखुरे ॥ ५० ॥ कउवांगी ।। पूर्वछांयो ॥ मारेकरीच्या वेमो रिला ॥ परेषां जिथ विमोजा र ॥
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