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१५२ संगणक-जनित व्यावहारिक संस्कृत-धातु-रूपावली खनु (अवदारने, भ्वादिगण, आत्मने, लुट्) खनिता खनितारौ
खनितारः खनितासे
खनितासाथे खनिताध्वे खनिताहे खनितास्वहे
खनितास्महे खनु (अवदारने, भ्वादिगण, आत्मने, लट्)
खनिष्यते खनिष्येते खनिष्यन्ते खनिष्यसे खनिष्येथे
खनिष्यध्वे खनिष्ये
खनिष्यावहे खनिष्यामहे खनु (अवदारने, भ्वादिगण, आत्मने, आशीर्लिङ्)
खनिषीष्ट खनिषीयास्ताम् खनिषीरन् खनिषीष्ठाः खनिषीयास्थाम् खनिषीध्वम् खनिषीय
खनिषीवहि खनिषीमहि खनु (अवदारने, भ्वादिगण, आत्मने, लुङ्) अखनिष्ट
अखनिषाताम् अखनिषत अखनिष्ठाः
अखनिषाथाम अखनिध्वम् अखनिषि
अखनिष्वहि अखनिष्महि खनु (अवदारने, भ्वादिगण, आत्मने, लुङ्)
अखनिष्यत __ अखनिष्येताम् अखनिष्यन्त अखनिष्यथाः अखनिष्येथाम् अखनिष्यध्वम्
अखनिष्ये अखनिष्यावहि अखनिष्यामहि खेल (चलने, भ्वादिगण, परस्मै, लट्) खेलति खेलतः
खेलन्ति खेलसि खेलथः
खेलथ खेलामि खेलावः
खेलामः । खेल (चलने, भ्वादिगण, परस्मै, लोट्) खेलतु खेलताम्
खेलन्तु खेल खेलतम्
खेलत खेलानि खेलाव
खेलाम
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