________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir उ. अ. संहि. // 23 // // 25 // RASHERRERA अर्थास्यमधमेजतुशीतेबातेपुननिव॥२७॥यदस्या:॥यदस्याऽ। अन्हुभेद्यात्कृधुस्थूलमुपातसत्॥ मुष्काविदस्याऽएजतोगोशुफे / शकुलाविव॥२८॥यद्देवासः॥ यद्देवासौलुलामगुम्प्रविष्टीमिन / माविषुः॥ सक्थ्नादेदिश्यतेनारीसत्यस्याक्षिभुवोयथा // 29 // यद्धरिण॥ यद्धरिणोयवमत्तिनपुष्टम्पुशुमन्यते॥शूद्रायदयं जारानपोपायधनायति // 30 // यद्धरिणोयवुमत्तिनपुष्टम्बहुम // 25 न्यते / शूद्रोयदर्थ्यांपैजारोनपोषमनुमन्यते // 31 // धिक्का For Private And Personal