________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir NOTICICORICALCOHARASRA ल्प्पता/स्वाहाब्रहमायुज्ञेनकल्प्पता/स्वाहाज्योतिय॑ज्ञेनक ल्प्पता/स्वाहावयंशेनकल्प्पतास्वाहापृष्ठय्यज्ञेनकल्प्पता स्वाहायज्ञोयुज्ञेनकल्प्पता/स्वाहा // 33 // एकस्म्मैस्वाहाद्वा भ्याएंखाहाशतायुस्खाहैकशतायुखाहाध्युष्टथैखाहाखुर्गायुखा ह॥३४॥[१] इतिश्रीवाजसनेयसंहितायांद्वाविंशोऽध्यायः॥२२॥ श्रीवेदपुरुषायनमः॥ अनुवाकसूत्रम् // हिरण्यगर्भोयःप्राणतोद्वि है। कौयुंजत्यष्टौवायुष्वापंचप्राणायतिस्रउत्सक्थ्याद्वादशगायत्रीक For Private And Personal