________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir CAMERICANKARA विश्चान्न्युर्य्यऽआ॥ इडस्प्पदेसमिद्यसेसनोवसन्याभर // 30 // त्वाञ्चित्रश्रवस्तम् / हवन्तेव्विक्षुजन्तवः ॥शोचिष्क्कैशम्पुरुप्पि याग्नेहध्यायबोढवे॥३१॥एनावः // एनावोऽअग्निन्नमसोजोंन / पातमाहुवे // प्रियञ्चेतिष्ठमरतिवद्धरंविश्वस्यदूतममृतम्॥३२॥ विश्वस्यदूतम् // विश्वस्यदूतममृतविश्वस्यदूतममृतम् // सयौजतेऽ अरुषाविश्वभौजसासदुद्रवत्स्वाहुत: ॥३३॥सदुद्रवत् // सदुद्रव / त्स्वाहुतल्सदुद्रवत्स्वाहुत // सुब्रहायज्ञासुशमीवसूनान्देव / / CK For Private And Personal