________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir // 123 // संहिः / // 23 // [1] अग्नेर्भागः // अग्ने गोसिदीक्षायाऽआधिपत्त्य 5. अ. बहमस्पृतन्त्रिवृत्स्तोमऽइन्द्रस्यभागोसिविष्ष्णोराधिपत्यङ्गुत्र // 14 // स्पृतम्पञ्चदुशस्तोमोनुचक्षसाम्भागोसिधातुराधिपत्यजनित्र स्पता-सप्तदुशस्तोमोमित्रस्यभागोसिवरुणस्याधिपत्यन्दुिवो ष्टितिस्पृतऽएकविशस्तोमोबसूनाम्भागः // 24 // वसूनाम्भागो / सिरुद्राणामाधिपत्युञ्चतुष्ष्पात्स्पृतञ्चतुर्विदशस्तोमऽआदित्त्या // 26 // नाम्भागोसिमुरुतामाधिपत्युङ्ग स्पृतापञ्चविशस्तोमोदित्यै / ARCASGAOCACARSONAGARSHA For Private And Personal