________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir संहि. // 10 // CAMERASACASTESCAMER तिम्पतिम् ॥५६॥समितम्॥समितसङ्कल्प्पेथासम्प्रियौरोचि . पू. अ. ष्ष्णूसुमनुस्यमानौ॥इषमूर्जमभिसंबसानौ ॥५७॥संवाम्॥संवा | // 12 // म्मासिसंबतासमुचित्तान्न्याकरम् // अग्नैपुरीष्ष्याधिपाभव है वन्नऽइपमूर्जय्यजमानायधेहि // 58 // अग्नत्त्वम् ॥अग्नत्त्वम्प / राष्ष्योरयिमान्मुष्टिमाँ२ऽअसि॥शिवात्कृत्त्वादिशुल्सल्विंय्यो / निमिहासदह॥५९॥ भवतन्नः // भवतन्नल्समनसौसचेतसावरेप // 10 // सौ // मायज्ञ हिसिष्टुम्मायुज्ञपतिज्जातवेदसौशिवौभवतमद्य / For Private And Personal