________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir CARA*PASARASAASAASA वसविताहव॑म्मेखाह॥२६॥देवीरापः॥ देवीरापोऽअपानपाद्यो / ऽमिहँविष्ष्य इन्द्रियावान्मदिन्तम॥तन्दुवेभ्योदेवत्रादत्त / / शुक्रपेभ्योयेपम्भिागस्त्थस्वाहा // 27 // कार्पिरसि॥ कापिरसिस / मुद्रस्यत्त्वाक्षित्त्याऽउन्नयामि।।समापोऽअरिंग्ग्मतसमोषधीभि / रोषधी॥२८॥यमग्ने॥यम॑ग्नेपृत्सुमर्त्यमावाजैपुयञ्जुना॥ सयन्ताशश्चतीरिपल्खा // 29 // [5] देवस्य॑त्त्वा // देवस्य॑त्त्वा / सवितुश्प्प्रसुवेश्चिनौर्बाहुब्भ्याम्पुष्ष्णोहस्ताब्भ्याम्॥ आर्ददेरावा / For Private And Personal