________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobabirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir संहि. // 39 // HAMASANCHAROGAMGAO श्रोत्रन्तऽआप्प्यायताम्॥ यत्तैक्रूरंयदास्थितन्तत्तऽआप्प्यायता / पू.अ. निष्ट्यायतान्तत्तशुद्धयतुशमहोब्भ्य: ॥ओषधेत्रायस्वखधितमैन / // 6 // हिसी // 15 // रक्षसाम्भागः॥रक्षसाम्भागोसिनिरस्तुरक्ष। इदमहहरक्षोभितिष्ठामीदमहहरक्षोवैवाधाइदमहहरक्षोधमन्त | मौनयामि॥घृतेनद्यावापृथिवीप्पोर्तुवाथांबायोबेस्तोकानामग्नि / राज्यस्यव्वेतुस्खाहाखाहाकृतेऽऊर्द्धनभसम्मारुतङ्गच्छतम्॥१६॥ // 39 // इदमापह॥ इदमापुरप्प्रवहतावद्यञ्चमलंचयत्॥याभिदुद्रोहा For Private And Personal