________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kcbatrth.org Acharya Shri Kailashsagarsur Gyanmandie संहि. उ. अ. // 96 // // 33 // CASSAGAURAHARASH+5 न्तरासुपर्णोधावतेदिवि // रयिम्पिशङ्गम्बहुलम्पुरुस्पृहुम्हरिरे तिकनिक्रदत्॥९०॥ देवन्दैवंब // देवन्देवंबोवसेदेवन्दैवमुभि / ष्टये॥देवन्देवन्हुवेमुवाजसातयेगृणन्तोदेच्याधिया॥९१॥दि / विपृष्टः॥ दिविपृष्टोऽअरोचताग्निर्वैश्वानरोबृहन्॥क्ष्मयावृधान ओजसाचनौहितोज्योतिपाबाधतेतमः॥९२॥ इन्द्राग्नीऽअपा त्॥ इन्द्राग्नीऽअपादियम्पूर्वागात्पद्वतीब्भ्यः // हित्वीशिरोजि / हयावावदुच्चरत्रिशत्पदान्यक्रमीत् // 93 // देवासोहिष्म्मा / // 96 // For Private And Personal