________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir **** * HOT206434874034 य: पावकाशश्चितीचय:श्वात्रासोभुरण्ण्योवनर्पदोवायवोनसो / माई // 1 // हर॑योधूमकैतव ॥हर्रयोधूमकेतवोव्वातजूताऽउपद्य / वियतन्तेबृथगुग्नयः॥ 2 // यजानः // यजानोमित्रावरुणा / / यादेवाँरऋतम्बृहत् // अग्नेयक्षिखन्दमम् // 3 // युक्क्ष्वाहि। 3 देवहूतमाँअश्चारअग्नेस्थीरिव ॥निहोतापूर्घ्यश्सदह॥४॥ववि रूपे। चरतत्वत्थेऽअन्न्यान्यावत्समुफ्धापयेते॥हरिरन्यस्याम्भ वतिस्वधावाञ्छुक्रोऽअन्न्यस्यान्ददृशेसुवर्चील॥५॥शतम्१७०० For Private And Personal