________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsur Gyanmandir उ. अ. संहि. // 60 // // 28 // LONDOLA545454 व्यविङ्गांवयोदधद्वेत्वाज्यस्यहोतयंज // 24 // होतायक्षत्तनू / नपातमुद्भिदम् // होतायक्षत्तनुनपातमुद्भिदंय्यङ्ग मदितिर्दधे / शुचिमिन्द्रंबयोधसम् // उष्णिहुञ्छन्दऽइन्द्रियन्दित्युवाहङ्गा / वयोदधवेत्वाज्यस्यहोतयंज॥२५॥होतायक्षदीडेन्यमीडितम्॥ 3 होतायक्षदीडेन्यमीडितंवृत्रहन्तममिडाभिरीडयट सहत्सोमा / मिन्द्रवयोधसम् // अनुष्टुभञ्छन्दऽइन्द्रियम्पञ्चाविङ्गांवयोदध : वत्वाज्यस्युहोतयंज // 26 // होतायक्षत्सुबर्हिपम्पूषण्वन्तम् // For Private And Personal