________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www kabatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir म० अ० मे / एषवस्तोम: 心心心心心心心心心心心心心心999999999999999 .... .... 34 48 ओषधयाँप्रति .... .... 11 48 कयात्वनऽऊत्या .... एषस्य॑वाजी .... .... 9 14 ओषधयल्सम् .... .... 12/ 96 कयौनश्चित्र .... .... पातेऽअग्ने .... .... .... 2 14 ओषधीप्रति .... .... 12 77 कल्पन्तान्ते .... .... 35 2 14 आषधाल एषातेशुको .... 4 17 ओषधीरिति ..... .... 12 78 कवष्योन? .... .... एषावाँसासत्या .... 9 12 क स्विदेकाकी.... .... {3 कस्त्वाच्छयति.... .... एषोर्हदे॒वः ..... 32 4 ककुभरूपम् ..... .... 849 कस्त्वायुनक्ति .... .... एषु .... .... .... 26 13 |कत्य॑स्यविष्ठाः .... .... 23 57 कस्त्वाविमुञ्चति ऐन्द्र पाण) .... ..... 6 20 कदाचनप्रयुच्छसि .... 8 3 कस्त्वासत्य: .... .... ओजश्चमे ....... .... 18 3 कदाचनस्तरीरसि ...... { काईमरे .... .... ओमासश्चर्षणीधृतर .... 7 33 कन्याइव .... .... .... 17/ 79 काण्डात्काण्डात् For Private and Personal Use Only