________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir MERASEASRKOREASUREONLINKURRRORMOURNA // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 8 // विनासुराः॥ नान्यैर्वध्यइतिप्रादांवरंतस्मैदुरात्मने // 73 // पुरासतीरुद्रपत्नीसत्रेत्यक्तकलेवरा // जाताहिमवतःपुत्रीपार्वतीतिचयांविदुः // 74 // स रुद्रोहिमवतःपृष्ठेतपश्चरतिदुश्चरं // योजयध्वंचपार्वत्यारुद्रलोकेश्वरंप्रभुं // शा॥७५ // तस्माज्जातःसतःशत्रंयुष्माकंतुहनिष्यति॥ इतिब्रह्मसमादिष्टाइंद्रा-US श द्याःस्वगृहंगताः // 76 // पुनर्देवेंद्रसदनेसंगतैरमरेश्वरैः // धिषणेनाभिसं-दि हा मंत्र्यदेवेंद्रःपाकशासनः // 77 // सस्मारचस्वकार्यार्थनारदंस्मरमेवच // तत्रागतौततस्तोतुबलंभिडाक्यमब्रवीत् // 78 // हिमवंतंभवान्गत्वावच-8 सातंप्रबोधय // पुत्रीतवप्राग्दक्षस्यहरपत्नीमहागिरे // 79 // तपश्चरति 1 मिलितैः / 2 बृहस्पतिना सह / 3 इंद्रः / For Private and Personal Use Only