________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir TRESORRRRRRRRORARAMIRPORAREASOURMIREORAN // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 5 // स्नानेदानेतथायागेक्रियायांभोगएवच // नानाधर्मविधानेचह्यनुकूलोह्यसाटतुः // 21 // अप्रयासेनलभ्यानिद्रव्याण्यसुभृतांधृवं // येनकेनचद्रव्येणतुष्टिस्तनुभृतांभवेत् // 22 // विष्णोराधारभूतानांतद्र्व्यंधर्मसाधनं // वसंते सकलंद्रव्यप्राणिनांतुमुखावहं॥२३॥दानयोग्यंकर्मयोग्यंभोगयोग्यंचसर्वशः। // निधनानांतुपंग्वादिविकलानांमहात्मनां // 24 // द्रव्याणिचसुलभ्यानि ट्रि जलादीनिनसंशयः // द्रव्यैरेतैरात्महितधर्मकुर्वतिमत्प्रियाः // 25 // पत्रैः / S पुष्पैःफलैमूलैःशाकैश्चापिप्रियोक्तिभिः // प्रेक्तांबूलैश्चंदनाद्यैःपादप्रक्षालना-18 दिभिः // 26 // प्रश्रयायैरहंतेषांवरदोऽहमितीरयन् // संचिंत्यभगवान्वि १प्राणिनां / 2 सजः पुष्पमालाः / ರ್ಪತಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಕ್ಕೆ For Private and Personal Use Only