________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SARMERRORROREIRSOURCORNMORROREARRIAKARMA // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 3 // मिभपते // 31 // सच्छायमंडपंयस्तसैकताकीर्णमंजसा // सप्रपंकारयेद्यस्त सतलोकाधिपोभवेत् // 32 // मार्गोद्यानंतडागंवाकूपमंडपमेववा ॥यःकरोतिसधर्मात्मातस्यपुत्रैस्तुकिंफलं // 33 // कूपस्तडागउद्यानमंडपंचप्रपात था // सद्ग्रंथकरणपुत्रःसंतानंसप्तधोच्यते // 34 // एतेष्वन्यतमाभावेनो- IS सर्वगच्छंतिमानवाः // सच्छास्त्रश्रवणंतीर्थयात्रासज्जनसंगतिः // 35 // ज-2 लदानंचानदानमश्वत्थारोपणंतथा ॥पुत्रश्चेतिचसंतानंसप्तधेतिविदोविदुः॥ 136 // नासंततिर्लभेल्लोकान्कृत्वाधर्मशतान्यपि ॥तस्मात्संतानमन्विच्छेत्सं तानेष्वेकतोव्रजेत् // 37 // पश्नांपक्षिणांचैवमगाणांचैवभूरुहांनो लोकं शा सुखंयातिमनुष्याणांतुकाकथा॥३८॥पूगीफलसमायुक्तंनागवल्लीदलैर्युत॥कर्प- 18 ನನನನನನನನನನನನನನನನ For Private and Personal Use Only