________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir क ാകാറുകളു _ // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 15 // विलेपनेत्वक्॥ स्यातांचहस्तौतवमंदिरेविभोसंमार्जनादौममनित्यदैव // 25 // श पार्दोहरे क्षेत्रपथानुसर्पणेमूर्धाचमेस्यात्तवंदनेऽनिशाकामश्चमस्यात्तवसत्कथाल यांबुद्धिश्चमेस्यात्तवचिंतने निशं // 26 // दिनानिमेस्युस्तवसत्कथोदयैरुद्गीयमानैर्मुनिभिर्गुहागतैः // हीनप्रसंगैस्तवमेनभूयात्क्षणनिमेषार्धमथापि विष्णो // 27 // नपारमेष्ठ्यंनचसार्वभौमतांनचापवर्गस्पृहयामिविष्णो // म त्वत्पादसेवाचसदैवमेस्यात्प्रार्थ्याश्रियाब्रह्मभवादिभिःसुरैः // 28 // इतिराज्ञास्तुतोविष्णुःप्रसन्नःकमलेक्षणः // मेघगंभीरयावाचातमुवाचक्षितीश्वरं // 29 // // श्रीभगवानुवाच // // जानेवांदादासवर्यमनिष्कामकमकशाल्मषं // अथापितेप्रदास्यामिवरंदैवतदुर्लभं // 30 // आयुष्यंचार्बुददि-18 ಜನಜಹಾನನನನನನನನನನನ For Private and Personal Use Only