________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir PAROURSASURROURQUAKERRORSERSOURISORRUPaa _ // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 3 // नुजेश्वर // नजातुसीदतेलोकेजन्ममृत्युजरादिभिः // 4 // गृहीत्वाब्राह्मणो आ यत्रतेचाजीवमास्थितः॥ आसीनेसकलंपापंज्ञानतोऽज्ञानतःकृतं // 5 // ल विलयंयातिराजेंद्रकर्पूरइववह्निना // शयानेब्रह्मनिर्वाणंसनरोयातिनिश्चितं // 6 // योदद्यात्कंशिघुमासेवैशाखेविष्णुवल्लभे // सर्वभोगसमायुक्तस्तस्मिन्नेव / / शहिजन्मनि // 7 // सनरोवर्ततेनूनंरोगादिभिरनाहतः // आयुष्यं परमारोग्यं दि 4 यशोधैर्यचविंदति // 8 // नाधार्मिकाःकुलेतस्यजायतेशतपूरुषं // भुक्त्वा-15 7 तुसकलान्भोगांस्ततःपंचत्वैमागतः // 9 // निधूताखिलपापस्तुब्रह्मनिर्वाण-3 मृच्छति // विशिष्टायद्विजेंद्राययोदद्यादुपबर्हणं // 10 // सुखंनिद्राविना 1 शयनं / 2 त्यक्तदेहः / 3 उपधानं / / बटाercenान्मालामाल For Private and Personal Use Only