________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 13 // हंगतकल्मषः // अद्यमेदेवतास्तुष्टागुरवःसाधवश्चये // 40 // हरिश्चमेप्र| सन्नोऽभूद्यतस्तेदर्शनमम // पपातपादयो मौत्राहित्राहीतिवैरुदन् // 41 // ततस्तुकृपयाविष्टःसत्यनिष्ठोमहायशाः // दोभ्यामुत्थापयामासशंतमाभ्यांमुनीश्वरः // 42 // ततस्त्वपउपस्पृश्यददौपुण्यमनत्तमं // वैशाखमासमाहाSA त्म्यश्रवणस्यमहर्तजं // 43 // तेनपुण्यप्रभावेणसद्योध्वस्ताखिलाशुभः // पिशाचदेहानिर्मुक्तोदिव्यदेहधरोऽभवत् // 44 // दिव्यंविमानमारुह्यतंप्र णम्यमहामुनि // आमंत्र्यचपरिक्रम्यययौविष्णोःपरंपदं // 45 // सत्यनिNष्ठस्ततोधीमान्ययौपैठीनसीपुरीं // माहात्म्यश्रवणस्यैवचिंतयानःपुनःपुनः॥ 1 बाहुभ्यां / 2 कल्याणकराभ्यां। Kas) For Private and Personal Use Only