________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रसराज महोदधि । (१६९) मधुके साथ इन्द्रियपर लेप करे तो औरत बहुत प्यार करै शंखाहोलीके साथ खाय तो पिंड रोग जाय
छोहाराके बीजके चूरणके साथ गोली खाय तो बाँझिनीके गर्भ रहै ब्राह्मीरस दमयंती रसके साथ गोली खाय तो जलंधर रोग जाय.
नकछींकनी और निवोरा के रसके साथ गोली खाय तो पेटका वाय तुर्त दूर होइजाय,
पीपल व हींगके साथ गोली खाय तो बवेशी रोग जाय गंगेरूके रसके साथ गोली खाय तो बिन्दुकुशादि जाय,छांछके साथ गोली खाय तो शरीरका सूजन जाय सोंठिके चूरणके साथ गोली खाय तो हथरस रोग जाय जावित्रीके साथ गोली खाय तो बाँझिनीके पुत्र होय.
ऊँटकटेरीके साथ गोली खाय तो पेटकी अग्निको तुर्त बुझावै निबोरीके साथ गोली खाय तो दांतका चबाब बन्द होय, सफेद गुंजामें घिसिके आंखोंमें लगावै तो आंखोंका रोग दूर होय, निवोरेके साथ गोलीको घिसिके शरीर पर लगावै तो भूत प्रेत भागि जाय. नीबीके फूलके साथ यह गोली खाय तो सांपका विष दूर होय, नीबीके पत्रके साथ गोली खाय तो सब ज्वर जाय पीपरके साथ गोली खाय तो अवलेह रोग जाय, काला नमकके साथ गोली खाय तो पेटका मल दूर होय भंगराके रसके साथ यह गोली खाय तो सन्निपात जाय. जीरा मिश्रीके साथ गोली खाय तो शरीरको पुष्ट
For Private and Personal Use Only