________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रसराज महोदधि । ७७) लीज खूनको दूर करताहै. और नया खून पैदा करताहै. (दवा) उसवा मगरवी साततोले सनायकी पत्ती अढ़ाई तोले सौंफ अढ़ाई तोले विसपंज दो तोले लाल चंदनकाचूर्ण एक तोला मिश्री सात तोले शहद सात तोले पहिले उसवाको एक सेर पानीमें चुरावे जब आधा पानी रहजाय तब मिश्री शहद डारिके चासनी करै पीछे कपडछान करके चासनीमें मिलाके बरतनमें रक्खै खुराक ६ मासेसे एक तोला तक यह माजूम बहुत गुणकारीहै.
दूसरी खानेकी दवा. रेंडीकी एक दानाकी छाल निकालके एक दिन एक दाना दूसरे दिन दो दाना. इसी तरहसे दररोज एक दाना बढ़ाताजाय जब सातदिन होय तो एक दाना कमती करताजाय. खाते खाते एक दाना अंतमें रहजाय तब सब तरहका जोडा साना और गठिया दूर होय.
मालिशका तेल. अलसीका तेल, तिल्लीका तेल, करू तेल ये सब तेल आधा आधापाव लेकर और धतूरेके पत्ता जड व फल फूल इनको कूटकर तेलमें चुरावै जब
For Private and Personal Use Only