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म॰ वर्षम पृथवीना राजाना माच्माननेमरदपहार हव हरिषेणा महमनुष्यमांचक्रवर्ती समान प० पाम्यागति प्रधान
पत्तोग मफत्तरं ॥
to जयनामाचक्रवर्ती जिवजिनो
न.
प०यसकरीने
१०१ पसादित्ता ॥ महीमाएास्ससूदाणो
हरिसेणो मएफस्सिंदो
अब सहित रा० राजा सहस्त्रक
सु० लतिविधे राजांदीने द० संजम
४२ ४२ ॥ कसंजममार्ग प० पाम्यामोगती प्रधान ४३
अणि रायसहस्सेहिं
सुपरिच्चामंचरे आदी
जयनामो जिएारकायं
आस्यो पत्तोगईमएफत्तरं ॥ ४३ ॥ दसाएल नि० निकाल्यौ स प्रतदा शकेंड नलहो निरक्तो सकसकेाचो
दन्दसाए, देसेनोराजा पर प्रमादसहित च० बांकीने मुन्महाव्रतच्प्रादस्योद दसन्नरयं पमुझ्यं चन्ताएं मुणिचरे दस चोरयो ย
न नमीराजानमाम्यो० आत्माने स०
॥ ४४ ॥
नमीनमे पाए ॥ स
मतदा स सकेंद्र प्रेरथोधको
चांदीने घर विदेहराज्य साथ चारित्रने विषेप सम्यक् मकारें सावधान ऊन: कं सक्के चोइ ॥ चनुरागेहिं वदेहिं ॥ सामन्नेपकवनं ॥ ६५ ॥
क. करकंमूराजा क० कलिंगदेसने विषे पं पंचास देसने विषेदु महराजा न० नमिराजा विदेह देसने विषेबूको गं गंधार देसने विषे १८१
करकं मूकलिंगैसु पंचासेसुयडुम्महे धूण नमीरायाविदेहेस
गंधारे सुय
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अ. १८