SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 26
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २७-९८३ २७-९२६ औ०१९ रा० २० जी० २१ प्रज्ञा०२२ ॥२३॥ २७-५७२ २४-१८ सूर्य०/२३ चं०/२४ जं० २५ | नि० २६ प्रकी०२७ खित्ताणु सम्ब० पुग्गला २२-९१० गाविम्भमाइए हि २७-८३० | गरुलोऽकि बेणुदेवो " , पुढविका० २२-८८० गच्छइ सविलासगई २७-८२३ गहदिणा उ मुहुत्ता पांचदिया २२-८७सू० गच्छायारं सुणिसाणं २७-८४६ गंगए वालुयाए खीरदगेच्छुरसेसुं २७-१९६ गच्छो महाणुभावो २७-७६० गंधच अग्गिवेसे खीरासवमहुआसव २७-३४ गणसंगहणं कुजा २७-८७३ खीरोदण समुई २१-१८३मू० २७-८८६ गिाह विजापडिएण व स्त्रीलगदामणि एगा २५-११० २७-९२२ गीयत्थस्स उ बयणेणं खुजाचिलाइवामणि | गणि.अस्स य उप्पत्ती २५-३० गीयत्ये जे सुसंविग्गे खुट्टो वुड्डो तहा सेहो गणि गोअम जा उचियं २७-८२१ | गुट्ठयपाओवगओ | खेत्ताणुवाएणं सब २२-८२सू० गति टिइभवे य भासा २२-१९१ गुडे पाओवगओ खेत्ताणु, सब्ब० बिइंदिया २२-८६सू० गतिपरिणामेणं० कति० २२-२८३सू० गुणधारणरूवेणं, खेत्ता सव्व एगिदिया २२-८५सू० गम्भघरयम्मि जीवो गुत्तीओ समिईओ ,, , नेरइया २२--८३मू० गयपुर कुरुदत्तसुओ २७-१७२७ गुत्तीसमिइउवेओ भवणवासी २२-८४० | गयगवयखग्गगंडय० २७-१७९२ | गुत्तीसमिइगुणड्डो खेमा खेमपुरा चेव गयवसहसीहअभिसेय गुष्यरपाओवगओ खेलपडिअमष्पाणं २७-७७८ गयसुकुमालमहेसी २७-१६६६ | गुरुगुणगुरुणो गुरुणो खोदोदगणं समुई २१-१८५सू० | गरहित्ता अप्पाणं २७-१५७२ | गुरुणा कजमकजे २७-१३४९ २७-७५३ २७-७५० २७-६६१ २७-४३७ RSANELONEXTRIKOKAKARTA २७-२०८ २७-७०४ २७-१७२३ २७-७६५ ॥२३॥ For Private and Personal Use Only
SR No.020842
Book TitleUpang Prakirnak Sutra Vishaykram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Pustak Pracharak Samstha
PublisherJain Pustak Pracharak Samstha
Publication Year1948
Total Pages183
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_index
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy