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॥फसल अठारहवी
सुधा लगाने वाली और अन्नादिक को पचाने वाली तथा वादी और मूल दूर करने वाली गोली यों में हुव ||| गोगिर्द ॥ अर्थात् गंधक की गोली जो भोजन को प चावे मोर सजीरण को और दस्त को औरउलटी को और जवासी को दूर करे हे ॥ विधि सोंठ। मिर्च पीप |ला पीली गंधक। सैंधव सव बरावर ले के नीबू के रस में गोली वांधे ॥ यथवा ॥ काली मिर्च । खाक कैफू ल। अजवायन | अजमोद | सेंधव सब वरावर लेके । अदरक के रस में गोली बनावे ॥ अथवा नजादार चीनी । सोंठ। मिर्च | सजी। जवा बार सववश वर ले के गोली बना वै । हुवा। गिरानी को दूर करे ॥ विधि ततली तीन भाग। काली मिर्च दोभाग। सेंधव एक भाग। ले के सिरका में गोली बनावै ॥ अथवा॥ भो जन को पचावे ॥ विपि॥ सुहागो ।जवा षार। नींसा दर। सेंधोनोंन । हीग। काली मिर्च । सव बरावर लेके सिरका में गोली बनावै ॥ अथवा ॥ अन्न कोपचा वे और क्षुधा को लगावै ॥ विधि॥ भ्रमल वेद । सोंठ | काली मिर्च | पीपर। पीपरा मूल। देसी अजवा यन । अजमोदा एक तोले। कारोनोंन । संधोनोंन । नोनी मासे । नीबू के रस में गोलीचनावै ॥ हुन् ॥वा यगोला को परम्यूल को और पेट के दर्द को दू रकरे है । विधि।। सोंठ। सुहागो कहो। हींग । से धोनोंन । सब बराबर लेके सहज ने की छाल के र स में जंगली वेर के प्रमाण गोली बनावे और एक
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