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अनुक्रमणिका (७५ पाईप मागंगाधोय मोहोरी
प्रय स्वायज्रनोवायलमय सुवाचममांसंन्नीपातयायछे तेरा विप पर अंगनापप अप गंमध्यानीयीची पर प्रय चीरामबरनोरन्तेपरम्यायाम पश्यतारीरसतापपरछे। पष्ट तावगयानां लाए, पर अपल्बरपागानेतनवानांन्तारगया
+ छोयतोयपए प्रपत्रीरानो शर पणपत्रीषिनीमर्याधन्तेपरौहल्यास पएट रापुरीपश्रय मंलशाहीज्यपि
अप मुंजाशनाखसएगइप. वा याय मुंभारापर १र रसम्परांपुरतावपरछे।
प्रिययीतामागीरस१४ प्रपनमालबनरस दिपवियवरगसरीरसं. १शिरत्नगीरीराबरसतायपर
जय शीतलंगीरसतावपर दिपिल्बरराबरसदिलश्य परणंगल्परांपुरस.
श्रय पल्लाघरीरस
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