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१०७
अजैन
७९ वेदोंका गुणस्थान ८० स्त्रीके संहनन
१०६ गोत्र-व्यवस्था
स्त्री की आगति गोत्र परिवर्तन
स्त्रीको अप्राप्य १०८ गोत्रके दि० पाठ
स्त्री आचार्य, अबला (जाति कल्पना)
स्त्रीकी उत्कृष्ट गति शुद्र-जिनपूजा
(गति-आगति) शुद्र दीक्षा-मुक्ति प्रमाण (अध्यवसाय वैचित्र्य) फिर मना क्यों! ९६ स्त्री विज्ञान
११६ बाहुबली-अनार्य ९७ स्त्री-जिनपूजा आर्य भूमि में म्लेच्छ ९७ स्त्री मुनिदीक्षा स्त्री मुक्ति
९८ स्त्री दीक्षा योग्यता स्त्री की त्रुटियां
(४ अनुयोग-पाठ) स्त्री के दूषण
९९ (अनुसंधान-पाठ) (प्रस्ता०१२) अभेदता
१०० फिर मना क्यों! द्रव्य-वेद (नो कर्म) १०० जैन-विशालता वेदों का परावर्तन १०२ नपुंसक-मुक्ति १३६
समाप्त.
१३५ १३५
श्वेताम्बर-दिगम्बर
भाग दूसरे की अनुक्रमणिका केवली अधिकार नो कर्म-आहार (छै आहार) ११ प्रश्नका उत्थान
कवलाहार उदय प्रकृति १२२
ज्ञानावरणीय-भूख केवली कर्मप्रकृति
दर्शनावरणीय-भूख (कर्म शक्ति) (असंक्रमण)
मोहनीय-भूख वेदनीय कर्म
प्रमाद-भूख (ग्यारह परिषह)
आहारक अठारह दूषण
अंतराय-भूख (निरीह भाव-प्रवृत्ति
पसीना
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