________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रु० स्वस्तिनः // स्वस्तिनुऽइन्द्रोबुद्धश्रवात्स्वस्तिन-पूपाविश्ववेदाः॥ अ. 30 / स्वस्तिनुस्तायोऽअरिष्टनेमित्स्वस्तिनोबृहस्प्पतिर्दधातु // 25 // पर्य-पृथिव्याम् ॥पय थिव्याम्पयुऽओषधीषुपयोंदियन्तरिक्षुप / योधाः // पय॑स्वतीत्प्पुदिशःसन्तुमह्यम् // 26 // विष्ष्णोरा / हीट // विष्ष्णोररोटमसिविष्ष्णोत्नप्प्त्रेस्त्थोविष्ष्णोत्स्यूरसिबिष्ष्णो ? भ्रुवोसि // वैष्ष्णवमसिविष्णवेत्त्वा // 27 // अग्नि?वता // 37 SAIRSALALAR AASARASACRECRACK 1 रसम् / 2 भूम्याम् / 3 धेहि, स्थापय / 4 मदर्थे / 5 ललाटस्थानीयः / त्वां स्पृशामि | For Private And Personal Use Only