________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kalassagarsur Gyanmandir www.kobatirth.org मुमनाभव // पुरभेवृक्षुऽआयुधन्निधायुकृत्तिवसांनुऽआचरपिना / / कम्बिन्झदार्गहि // 51 // विकिरिविलोहितः // विकिरिश्थिलों हितुनमस्तेऽअस्तुभगवः ॥यास्तेसहस्रऽहेतयोन्यमुस्म्मन्निवपन्तु | ताः॥ 52 // सुहस्राणि // सुहस्राणिसहस्रशोबाह्वोस्तवहेतयः // तासामीशानोभगवःपराचीनामुखाकृधि // 53 // असङ्ख्याता // असङ्ख्यातासहस्राणियेरुद्राऽअधिभूम्म्याम् // तेषासहस्रयो / जनेवुधवानितन्मसि // 54 // अस्म्मिन्महत्त्यर्णवेन्तीरक्षेभुवा / For Private And Personal Use Only