________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobetirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir FOR चव्वास्तुपायंचनमुः सोमायच सुटायचं नमस्ताम्म्राय चारुणायच है। नमःशुङ्गवे // 39 // नमःशुङ्गवै // नमःशुङ्गवैचपशुपत है। येचुनमऽउग्यायचभीमार्यचनमोग्ग्रेवुधाय॑चदूरेवुधायचनमोहन्त्रे हैं। चहनीयसेचनमोवृक्षेब्भ्योहरिकेन्टलमस्तारायं // 40 // नमः / शम्भवाय // नमःशम्भवायचमयोभुवाय॑चुनम शङ्खरायंचमय स्कुरायचुनमः शिवायचशिवतरायच // 41 // नम:पाऱ्या य // नमुपाय्यीयचावाोयचुनमःप्पुतरंणायचोत्तरणायचुनम | : SEARC For Private And Personal Use Only