________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अहुरम् 15 विश्वेषामदितिः // विश्वेषामदितिय॒ज्ञियानांधि उ.अ. 63 श्वेषामतिथिमानुषाणाम् // अग्निदेवानाम आवृणानसुमृडी 33 कोभवतुजातवैदा 16 मुहोऽअग्ने // समिधानस्युशमण्यनागा मित्रेवरुणेस्वस्तये॥श्रेष्ठस्यामसवितुश्सवीमनितद्देवानामवोऽअद्या। वृणीमहे 17 [17] आप॑श्चित् // आपश्चित्पिप्पुस्तुर्योनगावो / नक्षन्नुतरितारस्त इन्द्र // याहिबायुर्ननियुतौनोऽअच्छात्वहिधी / भियंसेविवाान 18 गावऽउप // गावऽउपौवतावृतम्महीयुज्ञ स्यरप्प्सुदा // उभाकण्णीहिरण्यया 19 यदुध // सूर उदितेनांगा। मित्रोऽअर्युमा // सुवातिसविताभगः२० आसुतेसिञ्चतुश्श्रिय For Private and Personal Use Only