________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir गुंतवर्षीतन्तन्देवासुप्पतिगृणुन्त्यश्वम् 37 निक्रमणन्निषदे नम् // निक्रमणन्निषदनंबिवर्तनयच्चपडीशुमत // यच्चपुपौया / पासि घासुसर्वाततेऽअर्पिदेवेष्वस्तु 38 यशवाय // यदश्वा / युवासऽउपस्तुणन्त्यंधीवासंय्याहिरण्यान्यस्म्मै // सुन्दानुमन्तु / म्पडीशम्पियादेवेष्ष्वामियन्ति३रासायत्ते॥सादेमहेसाशूरतस्य / पाष्ष्ावाकर्शयावातुतोद // सुचेवताहुविषोऽअडरेषुसर्वातातुन हमणासूदयामि 40 चतुखिशहाजिनः॥चतुखिशवाजिनौदेव / बन्धोर्वीरश्श्वस्युस्वधिति समेति // अच्छिट्ठागाबियुनाकृणो तपरुष्प्परुरनुघुष्ष्याविशस्त 41 एकुस्त्वष्ट // एकुस्त्वष्टुरश्श्व For Private and Personal Use Only