________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कंग्यजामहे / सुगन्धिम्पुष्टिवर्द्धनम्॥ उर्वारुकमिवुबन्धनान्मृत्यो / 15 ार्मुक्षीयुमामृतात् // त्र्यम्बकंव्यजामहेसुगन्धिम्पतिवेदनम् // उद्या रुकमिवबन्धनादितोर्मुक्षीयुमामुतः 60 एतत्तै / रुद्रावसन्ते परो मूर्जवतोतीहि // अवततधन्वापिनाकावसुकृत्तिवासाऽअहिल्स निशिवोतीहि 61 व्यायुषंज्जुमदग्ने कुश्यपस्यच्यायुषम् // यद्देवे / / घुयायुषन्तन्नो अस्तुच्यायुषम् 62 शिवोनाम। शिवोनामासिव / धितिस्तैपितानमस्तेऽअस्तुमामाहिसी // निवर्तयाम्यायुषन्ना द्यायप्प्रजननायरायस्प्पोषायसुप्पजास्त्वायसुवीर्याय 63 // 10 15 [7] इतिसंहितायांतृतीयोध्यायः एवंद्वे, महीनाम्पयश्चतस्र, आ For Private and Personal Use Only