________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobairthorg Acharya Sher Kailassagarsun Gyanmandie स्तु // नमोस्तुनीलग्रीवायसहस्राक्षायमीटु // अथोयेऽअस्यस त्वानोहन्तेक्योकरन्नम’ 8 प्रमुञ्च // प्रमुञ्चधन्वनुस्त्वमुभयोरा। नयोाम् // याश्चतुहस्तुऽइपवुड्पराताभगवोबप 9 विज्युन्ध नुः॥ कपर्दिनोविशयोबाणवा॥ उत॥अनेशन्नस्ययाऽइपवऽआ भुरस्यनिषङ्गधिः 10 याते // हेतिम्मीढुष्टमहस्तेबवतेधनु // त यास्म्मान्विश्वतस्त्वमयुक्ष्म्मयापरिभुज 11 परिते // परितेधन्य / नोहेतिरस्म्मान्व॑णक्नुविश्वतः // अथीयऽइषुधिस्तवारेऽअस्म्मन्नि / धेहितम् 12 अवतत्यधनुः // अवतत्यधनुष्टुसहस्राक्षशतेषुधे // निशीशयानाम्मुखांशिवोन सुमनाभव 13 नमस्ते // नमस्तु / 容器警器容容容容器容器容容容容容容容容容容容容容容容器 容容容 For Private and Personal Use Only