________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अग्नयुसमनसोन्तुराद्यावा॑पृथिवीऽइमे // वासन्तिकावृतूऽअधि कल्प्पमानाऽइन्द्रमिवदेवाऽअभिसंबिशन्तुतयाँदेवतयाङ्गिरस्वद्धवे | सीदतम् 25 अोढासि॥ अोढासुिसहमानासहस्वारातीसहस्व पृतनायुतः // सुहस्रबीासिसामाजिन्व 26 [11] मधुबात मधुबातोऽऋतायतेमधुक्षरन्तिसिन्धवामाद्दीन सन्त्वोषधी 27 मधुनक्तम् // मधुनक्तमुतोषसोमधुमुत्पार्थिवरजः // मधुधौरस्तु नपिता 28 मधुमान्न // मधुमान्नोवनस्प्पतिमधुमाई // अस्तु सूयः॥ माड्डीर्गावोभवन्तुन 29 अपाङ्गम्भन्॥ अपाङ्गम्भन्त्सी दुमात्त्वासूोभिताप्प्सीन्माग्निवैश्वानरः // अच्छिन्नपत्राउप्प For Private and Personal Use Only