________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संहि. मसाकुरु 80 सर्शितम्मे॥ सर्शितम्मेब्रह्मसमर्शितंबीयंम्बलापू.अ. मसर्शितावञ्जिष्ष्णुवस्याहमस्म्मिपुरोहित 81 उदेषाम् // उ देषाम्बाहॲतिरमुट्ठोऽअविलम् // क्षिणोमिब्रह्मणामित्रानुन्ने यामिस्वा३ ।ऽअहम् 82 अनपतेनस्यानोदेवयनमीवस्यशुष्म्मि णः // प्रप्प्रदातारन्तारिषऽऊर्जनोधेहिद्द्विपदेचतुष्ष्पदे 83 // 18 // इतिसंहितायांएकादशोऽध्यायः 11 दृशानःसप्तदशदिवस्परिद्वादश समिधाग्निपंचदशापेतसप्तदशासुन्वंतंत्रयोदशयाओषधीःसप्तविश तिर्मामाषोडशसप्तसप्तदशशतं // दृशानोरुक्मः / दृशानोसुकमऽउ ायद्यौदुर्मर्षमायु-श्रियेरुचानः // अग्निरमृतोऽअभवद्वयोनि For Private and Personal Use Only