________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ऋ. सं. // 356 // मीमाभिशस्तये / मानौरीरधनिदे 3 इन्द्रअग्नानौबृहत्संक्तिमेरंयामहे / / १.५अ.६ धियानाअवस्यवः 4 ताहिशश्वन्तईळतइत्याविप्रांसऊतये / सबाधोवाजसा-2 तये 5 तावांगीर्भिविपन्यवःपर्यवन्तोहवामहे / मेघातासनिष्यवः 6 // 17 // 2 इन्द्रांनीअवसागतमस्मभ्यचर्षणीसहा / मानौदुःशंसईशत 7 माकस्याअर-5 रुषोधूर्तिःप्रणत्य॑स्य / इन्द्रामीशर्मयच्छतम् 8 गोमद्धिरण्यवद्वसुयामश्वावदीमहे / इन्द्रामीतनेमहि 9 यत्सोमआसुतेनरइन्द्रनीअजौहवुः / सप्तीवतासपर्यवः / 10 उक्थेभिर्वृत्रहन्तमायामन्दानाचिदागिरा / आपराविवासतः 11 ताविहुःशंसंमर्त्यदुर्विद्वांसंरक्षस्विनम् / आभोगहन्मनाहतमुधिंहमनाहतम् 12 // 18 // MAHANAYASAALASAHASRANASISASA // 356 // For Private and Personal Use Only